भारत सरकार का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय (Department of Social Justice & Empowerment) लगातार वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के कल्याण, उनके सशक्तिकरण और पीढ़ी दर पीढ़ी जुड़ाव को मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसी कड़ी में 23 सितम्बर 2025 को नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में दो महत्वपूर्ण पहलें शुरू की गईं –
- “SAHAJ” के अंतर्गत “वृद्ध मित्र टूलकिट (Vridha Mitra Toolkit)” का विमोचन
- “Shrinkhala – HUM (अनुभव और उत्साह का संगम)” टॉक सीरीज़ का दूसरा संस्करण
SAHAJ: वृद्ध मित्र टूलकिट (Vridha Mitra Toolkit)
“SAHAJ” कार्यक्रम के अंतर्गत Society of Community Health Oriented Operational Links (SCHOOL) द्वारा तैयार वृद्ध मित्र टूलकिट लॉन्च की गई।
🔹 यह टूलकिट वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सरल और उपयोगी संसाधन है, जो समुदाय आधारित देखभाल को बढ़ावा देती है।
🔹 इसका उद्देश्य केवल योजनाएँ बनाना नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर संवेदना और कार्यवाही को जोड़ना है।
🔹 इस पहल से बुजुर्ग केवल लाभार्थी नहीं, बल्कि समाज निर्माण में सक्रिय भागीदार बनते हैं।
Shrinkhala – HUM: अनुभव और उत्साह का संगम
“Shrinkhala” टॉक सीरीज़ की शुरुआत 2024 में “Ageing with Dignity” थीम के साथ हुई थी।
2025 में इसका दूसरा संस्करण “HUM – अनुभव और उत्साह का संगम” थीम पर आयोजित किया गया।
🔹 इसमें वरिष्ठ नागरिकों, नीति-निर्माताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने मिलकर अनुभव साझा किए।
🔹 कार्यक्रम में Maitri Grih, Community Kitchen (मेहसाणा, गुजरात) और PICO Farm Stay (तमिलनाडु) जैसे सफल सामुदायिक मॉडल प्रस्तुत किए गए।
🔹 इन उदाहरणों ने दिखाया कि सामुदायिक प्रयास बुजुर्गों की अकेलेपन और सामाजिक अलगाव की समस्या को दूर कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्रियों के विचार
- केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि वृद्ध मित्र टूलकिट से हम अलग-थलग योजनाओं से आगे बढ़कर समुदाय-आधारित देखभाल की ओर बढ़ रहे हैं।
- श्री बी.एल. वर्मा ने Shrinkhala को “नीति और भावना के बीच सेतु” बताया।
- श्री रामदास आठवले ने कहा कि “हमारे बुजुर्ग अतीत की किताब नहीं, बल्कि अनुभव की जीवित नदियाँ हैं, जिनसे समाज को मार्गदर्शन मिलता है।”
सामुदायिक कहानियाँ जो बनी प्रेरणा
- Maitri Grih – 80 साल पुरानी परंपरा जिसमें परिवार और मित्रता एक साथ जीते हैं।
- Community Kitchen (गुजरात) – बुजुर्ग साथ मिलकर खाना पकाते हैं, खाते हैं और कहानियाँ साझा करते हैं।
- PICO Farm Stay (तमिलनाडु) – दो महिलाओं के संघर्ष से शुरू हुई यह पहल आज रोज़गार और पर्यटन का केंद्र है।
निष्कर्ष
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का यह प्रयास दर्शाता है कि भारत में बुजुर्ग केवल आश्रित नहीं, बल्कि अनुभव और उत्साह के संगम के रूप में समाज का मार्गदर्शन करने वाले सक्रिय नागरिक हैं।
“SAHAJ” और “Shrinkhala-HUM” जैसे कार्यक्रम न केवल बुजुर्गों की देखभाल को नया आयाम दे रहे हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को भी यह सिखा रहे हैं कि सम्मान, संवेदना और साझेदारी ही मजबूत समाज की नींव हैं।